कांग्रेस vs बीजेपी : वन्देमातरम पर कांग्रेस के फैसले के बाद गुजरात सरकार ने किया बड़ा ऐलान
हेलो दोस्तों, जैसा की आप सभी जानते हैं की नए वर्ष 2019 की शुरआत हो चुकी है,आईये हम आपको बताते है की नए साल के पहले दिन ही कांग्रेस और बीजेपी द्वारा देशभक्ति को लेकर लिए गए विपरीत फैसलों के बारें में।
जी हाँ नए वर्ष के पहले दिन मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राष्ट्रभक्ति को आहत करने वाला फैसला लिया है। आपको बता दें के मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों के वंदेमातरम गाने पर रोक लगा दी है। कमलनाथ की सरकार ने पिछले 14 वर्षों से हर महीने की पहली तारीख को राज्य सचिवालय में राष्ट्रगीत बोलने की परंपरा को तोड़ने का फैसला लिया है।
सरकार ने कहा है कि हर महीने की पहली तारीख को राज्य सचिवालय में वंदे मातरम नहीं गाया जाएगा। CM ने कर्मचारियों के वंदे मातरम गाने पर रोक लगाते हुए कहा गया है कि वे जनता के कल्याण के कामों पर ध्यान दें।
आइये अब जानते हैं बीजेपी सरकार ने कांग्रेस के इस फैसले के विपरीत क्या फैसला लिया है जिससे देश में राष्ट्रभक्ति की भावना को बढ़ावा मिलेगा।
आइये अब आपको बताते हैं की गुजरात में बीजेपी सरकार ने देशभक्ति को बढ़ावा देने के लिए क्या फैसला लिया है ? गुजरात में भाजपा सरकार ने सभी स्कूलों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि एक जनवरी 2019 से कक्षा में हाजिरी के दौरान छात्र 'यस सर' की जगह 'जय हिंद' या 'जय भारत' बोलें। गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा है की जय भारत और जय हिंद, 'यस सर' से कहीं बेहतर है, जय हिंद या जय भारत कहने से छात्रों में बचपन से ही देश भक्ति की भावना पैदा होगी।
गुजरात सेकेंड्री एंड हायर सेकेंड्री एजुकेशन बोर्ड की ओर से 31 दिसम्बर को जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, सभी सरकारी और और मान्यता प्राप्त स्कूलों में नए साल से कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के छात्र एक जनवरी से अटेंडेंस के दौरान नाम पुकारे जाने पर ‘जय हिंद' या ‘जय भारत' कहें।
जी हाँ नए वर्ष के पहले दिन मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राष्ट्रभक्ति को आहत करने वाला फैसला लिया है। आपको बता दें के मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों के वंदेमातरम गाने पर रोक लगा दी है। कमलनाथ की सरकार ने पिछले 14 वर्षों से हर महीने की पहली तारीख को राज्य सचिवालय में राष्ट्रगीत बोलने की परंपरा को तोड़ने का फैसला लिया है।
सरकार ने कहा है कि हर महीने की पहली तारीख को राज्य सचिवालय में वंदे मातरम नहीं गाया जाएगा। CM ने कर्मचारियों के वंदे मातरम गाने पर रोक लगाते हुए कहा गया है कि वे जनता के कल्याण के कामों पर ध्यान दें।
आइये अब जानते हैं बीजेपी सरकार ने कांग्रेस के इस फैसले के विपरीत क्या फैसला लिया है जिससे देश में राष्ट्रभक्ति की भावना को बढ़ावा मिलेगा।
आइये अब आपको बताते हैं की गुजरात में बीजेपी सरकार ने देशभक्ति को बढ़ावा देने के लिए क्या फैसला लिया है ? गुजरात में भाजपा सरकार ने सभी स्कूलों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि एक जनवरी 2019 से कक्षा में हाजिरी के दौरान छात्र 'यस सर' की जगह 'जय हिंद' या 'जय भारत' बोलें। गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा है की जय भारत और जय हिंद, 'यस सर' से कहीं बेहतर है, जय हिंद या जय भारत कहने से छात्रों में बचपन से ही देश भक्ति की भावना पैदा होगी।
गुजरात सेकेंड्री एंड हायर सेकेंड्री एजुकेशन बोर्ड की ओर से 31 दिसम्बर को जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, सभी सरकारी और और मान्यता प्राप्त स्कूलों में नए साल से कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के छात्र एक जनवरी से अटेंडेंस के दौरान नाम पुकारे जाने पर ‘जय हिंद' या ‘जय भारत' कहें।
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